भारतीय टीम को 2022 में हुई इन 5 बड़ी गलतियों से लेनी होगी सीख, नहीं तो इस साल भी हाथ से जाएगा वर्ल्ड कप
टीम इंडिया ने इस साल का अंत तो बांग्लादेश पर 2-0 से टेस्ट सीरीज जीत के साथ किया, मगर पूरे साल के दौरान टीम इंडिया ने कई ऐसी बड़ी गलतियां की जिससे उन्हें बड़े टूर्नामेंट में हार का सामना करना पड़ा।
साल 2022 खत्म होने में अब महज कुछ ही दिन बाकी हैं। भारत ने इस साल का अंत तो बांग्लादेश पर 2-0 से टेस्ट सीरीज जीतकर किया, मगर पूरे साल के दौरान टीम इंडिया ने कई ऐसी बड़ी गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें बड़े टूर्नामेंट में हारकर चुकाना पड़ा। इस साल भारत ने एशिया कप के साथ टी20 वर्ल्ड कप जीतने का सुनहरा मौका गंवाया। भारत इन दोनों ही बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहा। ऐसे में आज हम उन 5 बड़ी गलतियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे टीम इंडिया ने साल 2022 में तो किया मगर 2023 में वो इन्हें करने से बचना चाहेगी। अगर टीम ऐसा करने में नाकाम रही तो अगले साल साल भी भारत को कई बड़े टूर्नामेंट में हार का सामना करना पड़ सकता है
कप्तानी में स्थिरता
जब किसी टीम का एक कप्तान होता है तो काफी हद तक यह साफ रहता है कि टीम को किस दिशा में और किन खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ना है। मगर इस साल टीम इंडिया के साथ ऐसा नहीं हुआ। साल 2022 में भारतीय क्रिकेट टीम एक दो नहीं बल्कि 7 कप्तानों के अंडर खेली। साल की शुरुआत में जहां विराट कोहली टीम की कमान संभाल रहे थे, वहीं उनके कप्तानी छोड़ने के बाद यह जिम्मेदारी रोहित शर्मा को मिली। साउथ अफ्रीका दौरे पर कोहली के चोटिल होने की वजह से केएल राहुल भी इस भूमिका में नजर आए थे। इनके अलावा शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने भी टीम इंडिया की अगुवाई की। इस साल टीम प्रबंधन चाहेगा कि टीम एक या दो कप्तानों की अगुवाई में ही खेले ताकी इस साल ऐसी किसी परेशानी का सामना उन्हें ना करना पड़े।
टीम के चयन पर देना होगा ध्यान
भारतीय टीम को साल 2023 में टीम के चयन पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। इस साल टी20 वर्ल्ड कप समेत कई इवेंट्स में टीम इंडिया के चयन पर सवाल उठे। कई बार टीम का चयन ठीक हुआ तो प्लेइंग इलेवन में उन खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली जो अच्छा परफॉर्म कर रहे थे। उदहारण के रूप में टी20 वर्ल्ड कप में भारत के पास कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज ना होने के बावजूद टीम ने पंत को मौका नहीं दिया, वहीं शानदार फॉर्म में चल रहे चहल को भी वर्ल्ड कप के दौरान एक भी मैच नहीं मिला। हाल ही में संपन्न हुई बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के पहले मैच के मैन ऑफ द मैच रहे कुलदीप यादव को दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया। संजू सैमसन का भी पूरे साल टीम से अंदर-बाहर होने का सिलसिला जारी रहा। साल 2023 में भारतीय टीम को इन छोटी-छीट गलतियों से बचने की जरूरत है। साथ ही टीम में उन खिलाड़ियों को मौका देने होगा जो घरेलू क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं।
युवा खिलाड़ियों पर दिखाना होगा भरोसा
समय आ गया है कि टीम इंडिया को खराब फॉर्म में चल रहे सीनियर खिलाड़ियों को ड्रॉप कर युवा खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना होगा। हाल ही में बांग्लादेश वनडे सीरीज में दोहरा शतक जड़ने वाले ईशान किशन ने यह बता दिया है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह क्या कर सकते हैं। किशन को रोहित शर्मा के चोटिल होने के बाद टीम में मौका मिला था। मॉर्डन डे क्रिकेट में जहां अन्य टीमों का टॉप ऑर्डर पावरप्ले में तेजी से रन बटोरता है तो वहीं टीम इंडिया धमी बल्लेबाजी करती हुई दिखती है। धवन को श्रीलंका दौरे से बाहर कर मैनेजमेंट ने कड़ा रुख अपनाया है, उम्मीद है पूरे साल टीम प्रबंधन ऐसे ही खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस के आधार पर ही फैसला लेगा।
चोट से रहना होगा सावधान
साल 2022 में कई भारतीय स्टार खिलाड़ी चोटिल हुए जिस वजह से प्लेइंग XI तय करना काफी कठिन रहा। जसप्रीत बुमराह से लेकर रविंद्र जडेजा तक टीम इंडिया के कई कोर खिलाड़ी चोट से परेशान रहे। इस सूची में कप्तान रोहित शर्मा समेत दीपक चाहर, वॉशिंगन सुंदर समेत कई और बड़े नाम भी शामिल है। टीम मैनेजमेंट को इस साल खिलाड़ियों के वर्कलोड पर ध्यान देने के साथ उनकी फिटनेस का भी पूरा खयाल रखना होगा। अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचता है तो टीम इंडिया इस साल तीन बड़े इवेंट खेलेगी। WTC के अलावा भारत को एशिया कप और वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना है।
वर्कलोड के नाम पर खिलाड़ी ना लें ज्यादा आराम
इस साल देखा गया है कि वर्कलोड के नाम पर कई खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा आराम दिया गया है। जिस वजह से टीम को इतने सारे कप्तानों का इस्तेमाल करना पड़ा साथ ही। खिलाड़ियों के ज्यादा आरम की वजह से ही वर्ल्ड कप जैसे बड़े इवेंट तक भारत की प्लेइंग XI की तस्वीर साफ नहीं हो पाई थी। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को इस बार इससे बचना होगा। अगर खिलाड़ियों को आराम चाहिए तो वह टी20 सीरीज से ले सकते हैं, मगर इस साल वर्ल्ड कप को देखते हुए सभी खिलाड़ियों को हर वनडे सीरीज में खेलने की जरूरत है।